नई दिल्ली : केंद्रीय मंत्री और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा को राज्यसभा में सदन के नेता होंगे। वह राज्यसभा में पीयूष गोयल की जगह लेंगे। हाल में संपन्न लोकसभा चुनाव में गोयल महाराष्ट्र से निर्वाचित हुए हैं। गोयल ने आज लोकसभा सदस्य के तौर पर शपथ ली। नड्डा के पास केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय और उर्वरक व रसायन मंत्रालय का जिम्मा भी है।
जेपी नड्डा ने मोदी सरकार के पहले कार्यकाल के दौरान स्वास्थ्य मंत्रालय संभाला था, उसके बाद 2019 में उन्हें भाजपा के कार्यकारी अध्यक्ष का पद सौंपा गया और जनवरी 2020 में अमित शाह के केंद्रीय गृह मंत्री के रूप में नियुक्त होने के बाद नड्डा को पूर्ण रूप से पार्टी अध्यक्ष बना दिया गया। भाजपा अध्यक्ष के रूप में नड्डा का कार्यकाल जनवरी में समाप्त हो चुका है। हालांकि 2024 के लोकसभा चुनावों के लिए उनके कार्यकाल में छह महीने का विस्तार दिया गया था। भाजपा अध्यक्ष के रूप में नड्डा का कार्यकाल जून में समाप्त हो रहा है।
कांग्रेस ने नड्डा को राज्यसभा में सदन का नेता नामित किए जाने पर उन्हें बधाई दी और कहा कि यदि सदन के नेता सभी को समायोजित करेंगे तो विपक्ष सहयोग करेगा। पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘‘जेपी नड्डा जी को राज्यसभा में सदन के नेता के रूप में नामित किए जाने पर बधाई। जैसा कि वेंकैया नायडू (पूर्व उपराष्ट्रपति एवं उच्च सदन के पूर्व सभापति) ने कहा था – यदि सदन के नेता समायोजित कर सकते हैं, तो विपक्ष सहयोग कर सकता है।
बता दें कि नड्डा बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष भी हैं। उनका कार्यकाल इस माह खत्म हो जाएगा। लेकिन सबसे बड़ी बात ये है कि अब बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष की कमान किसके हाथ में जाएगी। हालांकि पार्टी की ओर से कोई भी नाम सामने नहीं आया है। हालांकि ऐसा भी हो सकता है कि पार्टी इस बार किसी युवा चेहरे पर दांव खेल सकती है। अध्यक्ष पद की रेस में कई ऐसे नाम है जो पार्टी से काफी समय से जुड़े हैं और तजुर्बे के तौर पर भी काफी अनुभवी है।