क्या बीजेपी को समर्थन की कीमत बड़ी है?
राजनीतिक गलियारों में एक नया विश्लेषण धूम मचा रहा है कि जिन पार्टियों ने अलग-अलग मुद्दों पर 2019 में मोदी सरकार को केंद्र में समर्थन दिया था जब 2024 के आम चुनाव आए तो इसमें उनका सुपड़ा साफ हो गया। मिसाल के तौर पर आज बीजू जनता दल, वाईएसआर कांग्रेस, अन्ना द्रमुक, बहुजन समाज पार्टी और आम आदमी पार्टी का नाम ले सकते हैं। आम आदमी पार्टी ने धारा 370 और 35a पर मोदी सरकार को समर्थन दिया था। आप ने कांग्रेस से गठबंधन करने के साथ पांच राज्यों की 22 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे थे पर नतीजा रहा सिफर, भले ही पार्टी का दिल्ली में वोट प्रतिशत बढ़कर 24.14% हो गया पर एक भी सीट उसके हाथ नहीं आई। ओडिशा में बीजू जनता दल ने विधानसभा भी भाजपा के हाथों गवां दी जगन मोहन रेड्डी का हश्र क्या हुआ आंध्र जवाब है, तो बसपा भी सब कुछ गवा बैठी है।
क्या बीजेपी को समर्थन की कीमत बड़ी है?
