रायपुर: बलौदाबाजार में बीते सोमवार को हुई हिंसा की आग तो शांत हो गई है, लेकिन सियासी गलियारे में भभकी आग शांत होने का नाम ही नहीं ले रही है। मामले को लेकर पक्ष और विपक्ष एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगाने में लगे हुए हैं। सियासी बयानबाजी के दौर में कांग्रेस नेता धनेंद्र साहू ने सीएम विष्णुदेव साय के बयान का जवाब दिया है। इसके साथ ही उन्होंने ये भी बताया है कि बलौदाबाजार हिंसा में कांग्रेस नेताओं की भूमिका थी या नहीं।
कांग्रेस नेता धनेंद्र साहू ने मीडिया से बात करते हुए सीएम साय के बयान का जवाब दिया है। उन्होंने कहा कि इस घटना में कांग्रेस की कोई भूमिका नहीं है, पुलिस मामले की जांच करें। राज्य सरकार अपनी विफलता को कांग्रेस पर डाल रही है। जबकि हिंसा के मुख्य आरोपी अब भी पकड़ से बाहर है। इससे पहले सीएम साय ने कहा था कि कानून को हाथ में लेने वालों के खिलाफ कार्रवाई होगी। हिंसा करने वाला कोई भी आरोपी बख्शा नहीं जाएगा।
प्रदेश के मुखिया विष्णुदेव साय ने अपनी प्रतिक्रिया दी है, उन्होंने कहा कि, कानून को हाथ में लेने वालों के ऊपर कार्रवाई होगी। हिंसा में शामिल किसी भी व्यक्ति को छोड़ा नहीं जाएगा। लोकतंत्र में प्रदर्शन करने का अधिकार सबको है लेकिन कोई सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाए यह बर्दाश्त नहीं होगा।
इससे पहले खाद्य मंत्री दयालदास बघेल और राजस्व मंत्री टंक राम वर्मा ने मंगलवार शाम यहां एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए आरोप लगाया कि बलौदाबाजार में प्रदर्शन और आगजनी की घटना में कुछ विधायकों सहित कांग्रेस के नेता शामिल थे। बघेल ने कहा, ‘कार्यक्रम (विरोध प्रदर्शन) में कुछ लोगों ने सतनामी समाज को बदनाम करने के लिए आगजनी, लूट, सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने, हत्या के प्रयास जैसे गंभीर अपराध किए, जो निंदनीय है। सब कुछ योजनाबद्ध तरीके से अंजाम दिया गया। असामाजिक तत्वों ने करीब 150 दोपहिया और चार पहिया वाहनों को आग के हवाले कर दिया।’