जल जीवन मिशन के तहत निर्मित पानी टंकियों में अभी से पड़ने लगी दरारें दिखने लगा है भ्रष्टाचार

सोनू शर्मा,गरियाबंद :- जल जीवन मिशन के तहत सभी ग्राम एवं पंचायतों में पानी टंकी निर्माण एवं पाइप लाइन बिछाने का काम जारी है और इसे सरकार एवं प्रशासन लोगों को पीने हेतु स्वच्छ पानी उपलब्ध कराने के उद्देश्य से एक पंचायत में करोड़ों रुपए खर्च कर ये सुविधा उपलब्ध कराने हेतु इस योजना को संचालित किया है।
किंतु हम गरियाबंद जिले अंतर्गत ग्राम पंचायत कोठीगांव के नवनिर्मित पानी टंकी की बात करें तो टंकी जैसे तैसे बनकर तैयार हुए लगभग दो वर्ष तो हो गया है लेकिन अभी शुरू होने से पहले ही नीचे के बने चेंबर टुटने लगा है वहीं पानी टंकी की सीढ़ी में दरारें पड़ने लगी है और टंकी की स्थिति देखें तो शुरू होने से पहले ही हाल बेहाल नजर आने लगा है वहीं ग्रामवासियों का कहना है कि ठेकेदार के द्वारा ये काम आनन फानन तरीके से किया गया निर्माण के समय इसमें पानी की तराई भी नहीं किया गया और ये शुरू होने से पहले ही स्थिति जर्जर होने लगी है और विभागीय अधिकारियों की उदासीनता के चलते ठेकेदारों के द्वारा इस प्रकार काम किया गया है और हम इस प्रकार के स्तरहीन निर्माण कार्यों को देखते हुए विभागीय अधिकारियों से निवेदन करेंगे कि इसे तोड़ कर दुसरा टंकी पुनः ठेकेदार निर्माण कराये और ऐसा नहीं करते हैं तो हम जिला कलेक्टर से गुहार लगाएंगे और अंततः इस प्रकार पानी टंकी को शुरू करने नहीं देंगे जो आगे चलकर किसी प्रकार के हादसे को आमंत्रित करे।
वहीं वनांचल ग्राम घोंट पानी की बात करें तो अभी टंकी काडसेट कालम खड़ा हो रहा है और कालम में ही दरारें पड़ गई है और टंकी का जो कालम है वह एक साईड झुक सा गया है। इसे लेकर वहां के ग्रामीण भी आक्रोशित हैं और ठेकेदार को इसे तोड़ कर पुनः दोबारा निर्माण करने की बात को लेकर अड़े हुए हैं।
जब जिले के विभाग के ई पंकज जैन से इस संबंध में जानकारी लेने पर कहा कि मैं इसकी जांच हेतु अपने इंजिनियरों को भेजकर जांच कराता हूं। वहीं‌ जांच के लिए गए सब इंजिनियर किशोर सिंग ने बताया कि हम इसमें पुनः ठेकेदार के द्वारा सुधार कराएंगे जहां जहां दरारें और गलत निर्माण कार्य किया गया है। उसमें सुधार करायेंगे।
लेकिन पंचायत के सरपंच प्रतिनिधि दयालु राम कुंजाम ने कहा कि इस प्रकार स्तरहीन निर्माण कार्य में किसी प्रकार का कोई समझौता नहीं हो सकता विभागीय अधिकारी कर्मचारियों के सुस्त रवैया के चलते ठेकेदारों के द्वारा मनमानी तरीके से इस प्रकार स्तर हीन निर्माण कार्य किया गया है जिसे तोड़ कर पुनः दोबारा बनाया जाए नहीं तो हम ग्रामीण इस संबंध में आंदोलन के लिए बाध्य होंगे। वहीं पिछले दो दो सालों से क्षेत्र के कई गांवों का टंकी और पाइप लाइन का निर्माण कार्य आधा अधुरा और ठप्प पड़ा है और लोग गर्मियों में पानी के लिए परेशान होते नजर आते हैं। अब आगे देखने वाली बात यह होगी कि इस संबंध में विभागीय अधिकारी क्या कार्यवाही करते हैं या ग्रामीणों की मांग को फाइल तक ही सीमित करते हैं यह आने वाले दिनों में ही पता चल पाएगा।

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