सुकमा : छत्तीसगढ़ में पिछले कुछ समय से नक्सलियों के सरेंडर करने का सिलसिला जारी है। एंटी नक्सल ऑपरेशन और नियद नेल्लानार योजना के तहत जवानों को लगातार सफलताएं मिल रही है। इसी कड़ी में एक बार फिर जवानों को बड़ी सफलता मिली है। शुक्रवार को 11 माओवादियों ने पुलिस के सामने सरेंडर किया है। आतंक का रास्ता छोड़ने वालों में पांच महिला माओवादी भी शामिल हैं। 11 नक्सलियों में से एक महिला नक्सली पर एक लाख का इनाम घोषित था। नियद नेल्लानार योजना के तहत सभी समर्पण करने वाले नक्सलियों सरकार की पुनर्वास नीति का लाभ दिया जाएगा।
लंबे समय से नक्सल संगठन से जुड़े थे सभी
सरेंडर करने वाले सभी नक्सली लंबे वक्त से नक्सल संगठन से जुड़े रहे। सभी माओवादी सुकमा जिले में एक्टिव थे। लंबे वक्त से इन माओवादियों की तलाश पुलिस को थी। पूरे बस्तर में एंटी नक्सल ऑपरेशन चलाया जा रहा है। एंटी नक्सल ऑपरेशन के दौरान फोर्स जंगल के भीतर जाकर माओवादियों को घेर रही है।
एएसपी सुकमा ने कही ये बात
एएसपी सुकमा निखिल राखेचा ने इस मामले में कहा कि, ”जिले में लगातार नक्सल विरोधी अभियान चलाया जा रहा है। सरकार की नियद नेल्लानार योनजा का फायदा अंदरूनी इलाके में रहने वाले लोगों तक पहुंचाया जा रहा है। भटके हुए माओवादियों से हम लगातार सरेंडर करने की अपील कर रहे हैं। सरकार की नई पुनर्वास नीति से प्रभावित होकर आज विश्व आदिवासी दिवस पर 11 माओवादियों ने सरेंडर किया है।”