हिंदु धर्म में बेलपत्र का धार्मिक दृष्टि से बहुत महत्व है. यह आदि-अनंत काल से हमारी धार्मिक और सांस्कृतिक परंपराओं का हिस्सा है. बेलपत्र भगवान शिव को अतिप्रिय होता है और उनको अर्पित किया जाता है. खासकर सोमवार के दिन, महाशिवरात्रि में, सावन के महीने में इसका विशेष महत्व होता है.बेलपत्र का पौधा अगर आपके घर के आस-पास या द्वार पर उग आए तो इसे बहुत शुभ माना गया है.
आज इस आर्टिकल में जानते हैं कि कैसे यह शुभ है. इससे कौन से सकारात्मक संकेत मिले हैं और यह संकेतों का प्रतीक है.
नकारात्मक ऊर्जाओं से सुरक्षा करता है बेलपत्र
बेलपत्र से आस-पास का वातावरण शुद्ध होता है, इतना ही नहीं इससे नकारात्मकता को दूर भागती है. यानी की इससे सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है. अगर, बेलपत्र का पौधा घर के प्रवेश द्वार पर उगता आता है, तो इससे शांति और घर का वातावरण संतुलित, सौहाद्रमय होता है. परिवार किसी भी प्रकार की विपत्ति से सुरक्षित रहता है.
शुगर कंट्रोल में मददगार बेलपत्र
हर पौधे में कुछ न कुछ औषधिगुण होते हैं, मगर Bel Patra की बात अलग है. यह स्वास्थ्य के लिए बहुत लाभदायक होता है. मौजूदा समय में लोग इसे खा रहे हैं. बताया यह जा रहा है कि इससे शुगर कंट्रोल रहती है.
समृद्धि का प्रतीक
अगर, बेलपत्र का पौधा घर के आंगन, या प्रवेश द्वार पर उग रहा है तो यह सुख, समृद्धि और उन्नति के शुभ संकेत हैं. यह पौधा इन सबका प्रतीक है.
भगवान शिव का आशीर्वाद
बेलपत्र को धार्मिक दृष्टि से बहुत महत्वपूर्ण स्थान प्राप्त है. इसे पवित्र माना गया है, इसलिए यह भगवान शिव को अर्पित किया जाता है. इसकी उपस्थिति भोलेनाथ का आशीर्वाद है. इसलिए मान्यता है कि हर सोमवार को भगवान शिव को एक Bel Patra चढ़ाना चाहिए. इससे उनकी कृपा पूरे परिवार पर बनी रहती है. साथ ही व्यक्ति कामयाब होता है. जीवन में कभी भी निराशा नहीं आती है. वास्तुशास्त्र में भी बेलपत्र को शुभ माना गया है. क्योंकि यह पौधा ऊर्जा संतुलित करता है. यह पौधा सभी वास्तु दोष को निवारण है.
बेलपत्र का पौधा घर के आंगन या प्रवेश द्वार पर उग रहा है तो यह सुख समृद्धि और उन्नति के देता है शुभ संकेत