पॉलिसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम को आम भाषा में PCOS भी कहा जाता है. महिलाओं के स्वास्थ्य से जुड़ी एक गंभीर समस्या है. पिछले कुछ वर्षों में लड़कियां और महिलाओं में इसका प्रभाव अधिक देखा गया है. इस स्थिति में महिलाओं को अनियमित पीरियड, इनफर्टिलिटी और शरीर के विभिन्न हिस्सों पर बाल आने जैसी कई समस्याएं होती हैं. इस परेशानी से राहत पाने के लिए खानपान पर विशेष ध्यान देने की जरूरत होती है. एक्सपर्ट की मानें तो पीसीओएस पीड़ितों को कार्बोहाइड्रेट और चीनी का सेवन कम करना चाहिए. अब सवाल है कि आखिर PCOS है क्या? पीसीओएस की समस्या होने पर क्या खाएं? किन चीजों से करें बचाव?
क्या है पीसीओएस की समस्या
डाइटिशियन खुशबू शर्मा बताती हैं कि, महिलाओं में पीसीओएस की समस्या हॉर्मोनल असंतुलन के कारण उत्पन्न होती है. इस स्थिति में महिलाओं के शरीर में मेल हार्मोन ‘एंड्रोजन’ का लेवल बढ़ जाता है. उच्च एंड्रोजन स्तर अंडाशय को अंडे (ओव्यूलेशन) को छोड़ने से रोकता है, जो अनियमित मासिक धर्म चक्र का कारण बनता है. इसके अलावा, उच्च एंड्रोजन महिलाओं में मुंहासों और अनचाहे बालों आने का भी कारण बनता है.
पीसीओएस में महिलाएं क्या खाएं
फाइबर युक्त फूड लें: डाइटिशियन के मुताबिक, पीसीओएस की समस्या में महिलाएं फाइबर से भरपूर चीजों का सेवन करें. इसके लिए पर्याप्त मात्रा में सब्जियां और फल खाएं. दरअसल, इन फल और सब्जियों में मौजूद विटामिन, खनिज और एंटीऑक्सीडेंट इंसुलिन प्रतिरोध और सूजन को कम करने में मदद कर सकते हैं.
एंटी इंफ्लेमेटरी फूड: इस समस्या में हल्दी, अदरक, लहसुन, तुलसी और लाल मिर्च और मसालों को शामिल करना चाहिए. बता दें कि, इन चीजों को सूजन-रोधी गुणों के लिए जाना जाता है. इसके अलावा, बादाम, सालमन और सार्डिन के माध्यम से ओमेगा -3 फैटी एसिड को भी अपने आहार में शामिल कर सकती हैं.
हेल्दी स्नैक्स: PCOS से पीड़ित महिलाएं कैलोरी से भरे स्नैक्स की बजाय पौष्टिक स्नैक्स जैसे बादाम, ताजे मौसमी फल और सब्जियां खाएं. बादाम का सेवन आपको भरपूर पोषण देता है, साथ ही जल्दी भूख भी नहीं लगने देता.
हेल्दी प्रोटीन: पीसीओएस की समस्या में हाई-प्रोटीन डाइट जरूर लेनी चाहिए. इसके लिए अंडे और दालों से लेकर क्विनोआ, दलिया और दाल, बादाम और यहां तक कि सोयाबीन भी महिलाओं के लिए प्रोटीन के कुछ अच्छे सोर्स हैं.
पीसीओएस में क्या न खाएं: पीसीओएस के लिए रिफाइंड कार्बोहाइड्रेट सबसे खराब फूड है. यह डायबिटीज का भी कारण बन सकता है. इसके अलावा, ब्रेड और पेस्ट्री, व्हाइट राइस, तला-भुना और मसालेदार खाना, कैंडी और आलू जैसे फूड्स खाने से बचना चाहिए.