लोकसभा में मोदी सरकार पर जमकर बरसे राहुल गांधी, बताया कौन सा चिन्ह छाती पर लगाकर चलते हैं पीएम?

नई दिल्लीः संसद के मानसून सत्र के छठवें दिन नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने बजट पर अपनी बात रखी। राहुल ने अग्निवीर, पेपर लीक, किसान और मिडिल क्लास को लेकर मोदी सरकार को घेरने की कोशिश की। राहुल ने कहा- मोदी सरकार ने मिडिल क्लास की पीठ पर छुरा घोंपा है। वहीं किसानों के लिए तीन काले कानून लाए थे।

राहुल गांधी ने कहा कि मेरे दोस्त हंस रहे हैं, लेकिन वे भी डरे हुए हैं। बीजेपी में केवल एक आदमी को पीएम बनने का सपना देखने का अधिकार है। क्यों मेरे बीजेपी के दोस्त, मंत्री, युवा डरे हुए हैं। इसके बारे में मैंने सोचा और एक जवाब देता हूं। हजारों साल पहले हरियाणा कुरुक्षेत्र में अभिमन्यु को 6 लोगों ने चक्रव्यूह में फंसाकर मारा था। चक्रव्यूह के अंदर डर होता है, हिंसा होती है। उसे चक्रव्यूह में फंसा 6 लोगों ने मारा था। मैंने रिसर्च की तो पाया कि चक्रव्यूह का दूसरा मतलब भी होता है। 21वीं सदी में दूसरा चक्रव्यूह भी बना है उसका आकार भी लोटस जैसे है। उसे पीएम अपनी छाती पर लगाकर चलते हैं। जो अभिमन्यु के साथ हुआ वही हिंदुस्तान के साथ हो रहा है। आज भी चक्रव्यूह के बीच 6 लोग हैं। बिलकुल सेंटर में। जैसे उस वक्त 6 लोग कंट्रोल करते थे, वैसे ही आज भी कर रहे हैं। मोदीजी, अमित शाह, भागवत जी, अंबानी, अडाणी।

आपने युवाओं को चक्रव्यूह में फंसाया- राहुल गांधी

राहुल गांधी ने कहा कि दो लोग देश की अर्थव्यवस्था संभाल रहे हैं। उन्होंने कहा कि बजट में युवाओं के लिए आपने क्या किया। इसके कारण एक युवा को रोजगार नहीं मिल सकता। राहुल गांधी ने कहा कि ये जो इंटर्नशिप प्रोग्राम है, वह मजाक है। क्योंकि आपने कहा कि इंटर्नशिप केवल देश की टॉप 500 कंपनियों में ही होगा। उन्होंने कहा कि आपने पहले युवाओं की टांग तोड़ दी और फिर बैंडेज लगा रहे हैं। युवाओं को आपने एक तरफ पेपरलीक, दूसरी तरफ बेरोजगारी के चक्रव्यूह में फंसा दिया है। 10 साल में 70 बार पेपर लीक हुआ है। पेपरलीक को लेकर बजट में एकबार नहीं कहा गया है। एजुकेशन बजट में जो पैसा देना चाहिए था, उसे भी नहीं दिया गया। दूसरी तरफ पहली बार आपने सेना के जवानों को अग्निवीर के चक्रव्यूह में फंसाया। अग्निवीरों के लिए एक रुपया नहीं है।

किसानों के मुद्दे पर भी रखी अपनी बात

राहुल गांधी ने किसानों की बात करते हुए सरकार पर जमीन अधिग्रहण कानून को कमजोर करने का आरोप लगाया और कहा कि आपने किसानों के लिए क्या किया, तीन काले कानून। किसान आपसे एमएसपी की लीगल गारंटी की मांग कर रहे हैं। आपने उनको बॉर्डर पर रोक रखा है। किसान मुझसे मिलने यहां आना चाहते थे। आपने उनको यहां आने नहीं दिया। इस पर स्पीकर ओम बिरला ने उन्हें टोकते हुए कहा कि सदन में गलत ना बोलें। राहुल गांधी ने कहा कि जब मैं वहां गया तब उन्हें आने दिया गया। स्पीकर ने कहा कि आप उनसे मिले, इसमें सदन की एक मर्यादा का उल्लंघन हुआ। सदन में सदस्य के अलावा कोई बाइट नहीं दे सकता। आपकी मौजूदगी में उन्होंने बाइट दी। राहुल गांधी ने इस पर कहा कि ये मुझे मालूम नहीं था। उन्होंने कहा कि अन्नदाता जो चाहते हैं, एमएसपी की लीगल गारंटी, ये इतना बड़ा काम नहीं है। सरकार बजट में ये कर देती तो किसान चक्रव्यूह से निकल जाते। आपने जो काम नहीं किया, हम किसानों से कहना चाहते हैं कि हम ये करके देंगे।

स्पीकर से बोले- कोई तरीका आप ही बता दीजिए

राहुल गांधी ने कहा कि मिडिल क्लास बजट से पहले प्रधानमंत्री को सपोर्ट करता था। कोविड के समय जब थाली बजाने को कहा तब मिडिल क्लास ने दबाकर थाली बजाई, आपने कहा कि मोबाइल फोन की लाइट जलाओ तो मिडिल क्लास ने जलाई। लेकिन आपने मिडिल क्लास के पीठ में और छाती में छूरी मारी। अब मिडिल क्लास आपको छोड़ने जा रहा है और इधर आने जा रहा है। आपको जहां भी मौका मिलता है, चक्रव्यूह बना देते हो। हम चक्रव्यूह तोड़ने का काम करते हैं। आप चाहते हो कि हिंदुस्तान छोटे-छोटे खांचों में रहे। हिंदुस्तान का गरीब सपना न देख पाए। आप चाहते हो कि अंबानी और अडानी, इस पर सत्ता पक्ष के सदस्यों ने टोका। स्पीकर ने विपक्ष के उपनेता के पत्र का हवाला देते हुए कहा कि आपके ही नेता इसे लेकर चिट्ठी दे गए थे। राहुल ने कहा कि फिर थ्री और फोर कह दे रहे उनको। कुछ तो कहना पड़ेगा। राहुल गांधी ने स्पीकर से ही कहा कि कोई तरीका आप ही बता दीजिए। स्पीकर ने कहा कि आपसे फिर अपेक्षा करता हूं कि आप नियमों का पालन करेंगे।

राहुल गांधी के बयान पर लोकसभा में हंगामा

राहुल गांधी ने कहा कि ये जो दो लोग हैं, ये हिंदुस्तान के इंफ्रास्ट्रक्चर को और बिजनेस को कंट्रोल करते हैं सर। इनके पास एयरपोर्ट्स हैं, नपोर्ट हैं, टेलीकॉम हैं, अब रेलवे में जा रहे हैं सर। इनके पास हिंदुस्तान के धन की मोनोपॉली है। अगर आप कहो कि इनके बारे में नहीं बोल सकते तो ये हमें स्वीकार नहीं है। हमें तो बोलना है। इस पर ट्रेजरी बेंच की ओर से हंगामा शुरू हो गया। संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा कि नेता प्रतिपक्ष को सदन का नियम नहीं मालूम है। सदन नियम से चलता है। नेता प्रतिपक्ष ने स्पीकर को चैलेंज करके गरिमा को गिराया है। देश नियम से चलता है। राहुल गांधी ने कहा कि ए वन और ए टू की रक्षा करनी है, मैं समझता हूं। ऊपर से ऑर्डर आया है, इस पर कोई टिप्पणी नहीं करनी। इस पर संसदीय कार्य मंत्री ने कहा कि मैं सिर्फ जो परिस्थिति बनी है, उस पर बोलने के लिए खड़ा हुआ हूं। मैं स्पीकर के परमिशन से खड़ा हुआ। आपने यिल्ड नहीं किया। आज हम आपको यिल्ड मांग रहे हैं, नियम के तहत बोल रहा हूं। एक-दूसरे को इज्जत देना होता है, इतना तो कर्टशी होता है राहुलजी। राहुल गांधी ने कहा कि जब आप यिल्ड करोगे, हम जरूर करेंगे। इसकी गारंटी देता हूं। मैं तैयार हूं।

 

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