रायपुर : छत्तीसगढ़ के बहुचर्चित 2000 करोड़ से अधिक के शराब घोटाले मामले में जेल में बंद आरोपी अनवर ढेबर और अरुण पति त्रिपाठी के प्रोडक्शन वारंट के लिए यूपी पुलिस रायपुर जेल से लेकर कोर्ट तक जूझती दिखी। मिली जानकारी के मुताबिक वहीं बिलासपुर हाईकोर्ट से राहत मिलते ही रिहाई की उम्मीद में बैठे अनवर ढेबर और उनके परिवार वालों को तब झटका लगा। जब यूपी पुलिस की टीम उसका प्रोडक्शन वारंट लेकर गिरफ्तार करने पहुंची।
ACB कोर्ट ने अनवर ढेबर को रिहाई आदेश जारी कर दिए। आबकारी मामले के आरोपी अनवर ढेबर और अरुणपति त्रिपाठी को यूपी पुलिस अपने साथ नोएडा ले जाने के लिए रायपुर पहुंची। बता दें कि आरोपी अनवर ढेबर को यूपी और छत्तीसगढ़ पुलिस एंबुलेंस समेत सिविल लाइन थाने लेकर पहुंची है। बता दें कि यूपी पुलिस की एक टीम आज मंगलवार की सुबह रायपुर सेंट्रल जेल पहुंची और प्रोडक्शन वारंट पेश कर आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए जद्दोजहत करते नज़र आई।
इन आरोपियों की मेरठ में नकली होलोग्राम बनाने के मामले में 19 जून यानी कल बुधवार को पेशी है। जिसमें पहले से ही इनका एक साथी विधु गुप्ता पहले से ही इसी मामले में यूपी की जेल में बंद है। ED द्वारा दर्ज नई ECIR पर कस्टोडियल रिमांड पर लेने के लिए कोर्ट लगाए प्रोडेक्शन वारंट पर दोनों पक्षों में हुई। वहीं बहस के बाद कोर्ट ने विधि अनुसार कार्यवाही करने के निर्देश दिए।
बता दें कि ED कोर्ट ने देर शाम यह फैसला सुनाया। अनवर ढेबर,अरुणपति त्रिपाठी,अरविंद सिंह समेत त्रिलोक सिंह ढिल्लो को कस्टोडियल रिमांड पर लेने के लिए ED ने प्रोडेक्शन वारंट लगाया था। वहीं इस मामले के मुख्या आरोपी माने जा रहे अनवर ढेबर और अरुण पति त्रिपाठी को पूछताछ के लिए यूपी ले जाने की उत्तरप्रदेश पुलिस की कवायद लगभग एक महीने से जारी है।